Dance

From Kathak to Bharatanatyam to Bollywood dances, we teach different forms of dance styles across various music. Our qualified teachers pay the utmost attention to each student and help them learn the correct body postures, flexibility, and discipline to excel in their dancing journey.

Dance

From Kathak to Bharatanatyam to Bollywood dances, we teach different forms of dance styles across various music. Our qualified teachers pay the utmost attention to each student and help them learn the correct body postures, flexibility, and discipline to excel in their dancing journey.

EXAMINATION SUBJECTS

Sangit Prabhakar

  • 5th year Syllabus
  • 6th year Syllabus

5th year Syllabus

1.अनिबध्द गान
(रागालाप,रूपकालाप,आलाप्तिगान, स्वस्थान – नियम, विदारी, राग लक्षण,जाति-गायन और विशेषताएं)
2.सन्यास-विन्यास
3.गायकी
4.नायकी
5.गांधर्व गीत (देशी मार्गी)
6.रागों में तिरोभाव-अविर्भाव, अल्पत्व-बहुत्व दिखाना
7.श्रुति स्वर विभाजन के संबंध में संपूर्ण इतिहास को तीन मुख्य कालों में विभाजन (प्राचीन,मध्य,आधुनिक)
8.इन तीन कालों के ग्रंथकारों के ग्रंथ और उनमें वर्णित मतों में समय और भेद
9.षड्ज,पंचम भाव और आंदोलन संख्या
10.तार की लंबाई का संबंध
11.किसी स्वर की आंदोलन संख्या तथा तार की लंबाई निकलना जबकि षड्ज दोनों वस्तुएं प्राप्त हो। इसी प्रकार तार की लंबाई दी हुई हो तो आंदोलन संख्या निकालना ।
12.मध्यकालीन पंडितों और आधुनिक पंडितों के शुद्ध और विकृत स्वरों के स्थान की तुलना उनके तार की लंबाई की सहायता से करना।
13.सरगम निर्माण
14.निबंध के विषय – (राग और रस,संगीत और ललित कलाएं, संगीत और कल्पना संस्कृत का हिंदुस्तानी संगीत पर प्रभाव )

15.जीवनी
श्रीनिवास
रामामात्य
हृदय नारायण देव
मोहम्मद रजा
सदारंग – अदारंग

6th year Syllabus

1.गीत (टप्पा,ठुमरी,तराना,‌तिरवट,चतुरंग,भजन,गीत,गजल,आदि)
2.राग-रागिनी पद्धति
3.आधुनिक आलाप गायन विधि
4.तान
5.विवादी स्वर का प्रयोग
6.निबध्द गान के प्राचीन प्रकार (प्रबंध, वास्तु आदि)
7.धातु
8.अनिबध्द गान
22श्रुतियों विभाजन (आधुनिक और प्राचीन मत)
10.खींचे हुए तार की लंबाई का नाद के ऊंचे-नीचे पन से संबंध
11.छायालग, संकीर्ण राग
12.परमेल, प्रवेशक राग
13.रागों का समय चक्र
14.दक्षिणी और उत्तरी हिंदुस्तानी पद्धतियों के स्वर की तुलना
15.रागों का समय चक्र निश्चित करने में अध्वदर्शक स्वर
16.वादी-संवादी, पूर्वांग-उत्तरांग का महत्व
17.उत्तर भारतीय सप्तक के 32 थाटों की रचना
18.आधुनिक थाटों के प्राचीन नाम
19.तिरोभाव- अविर्भाव, अल्पत्व-बहुत्व
20.रागों का सूक्ष्म तुलनात्मक अध्ययन
21.राग पहचाना

22.जीवनी
भरत
अहोबल
वेंकटमखि
मानसिंह

First Year – Second Year

Third Year – Fourth Year

Seventh Year – Eighth Year